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अचानक तेज आवाज से जमीन लगी धसकने, लोगों में मची दहशत

मोहम्मद सईद

शहडोल 3 जुलाई। बंद हो चुकी कोयला खदान के ऊपर स्थित एक घर में अचानक जमीन धसकने लगी और वहां बड़ा गड्ढा हो गया। जमीन को कई फुट धसकता देख घर में मौजूद लोग वहां से अपने खेत की ओर भाग खड़े हुए। इस घटना में किसी जन हानि की सूचना नहीं है। घटना के बाद से इस क्षेत्र के लोगों में भारी दहशत व्याप्त है। घटना शहडोल संभाग अंतर्गत नौरोजाबाद में बंद पड़ी आठ नंबर कोयला खदान की है। घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार शहडोल संभाग अंतर्गत नौरोजाबाद में आठ नंबर कोयला खदान बंद है। बंद हो चुकी कोयला खदान के इस क्षेत्र को गोफ क्षेत्र भी कहा जाता है। बताया जा रहा है, कि वार्ड क्रमांक 5 में बड़ी संख्या में लोगों ने अपने घर बना रखे हैं और उस पर निवास कर रहे हैं। इसी बंद कोयला खदान के ऊपर चमरू बैगा भी अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। मंगलवार देर शाम अचानक चमरू बैगा के मकान के आंगन में अचानक कई फुट जमीन धंसकने लगी। तेज आवाज के साथ जमीन को धसकता देख चमरू बैगा परिवार सहित घर से दूर अपने खेत चला गया, जबकि आसपास के लोग भी घरों से बाहर निकल गए। यहां रह रहे लोगों नें बताया कि इतनी गहराई तक जमीन का धंसकना उन्होंने पहले कभी नहीं देखा। अब इन लोगों को अपने घरों की सुरक्षा की गहरी चिंता सता रही है। 


वहीं दूसरी और ऐसा भी बताया जा रहा है, कि बंद पड़ी इस कोयला खदान से कोयला तस्कर बड़े पैमाने पर कोयला का उत्खनन कर इस क्षेत्र को और खोखला बना रहे हैं, जिसके चलते अब और गंभीर खतरा पैदा हो गया है। यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि कॉलरी प्रबंधन द्वारा पूर्व में ऐसे क्षेत्रों को खाली करने की चेतावनी दी गई थी, लेकिन उनके पास मकान का विकल्प न होने के कारण वे यहां रह रहे हैं। 

इस घटना ने फिर एक बार यह सवाल खड़ा कर दिया है, कि क्या बंद खदानों के ऊपर बसे इलाकों की जमीन सुरक्षित है..? क्या कॉलरी प्रबंधन या प्रशासन द्वारा भौगोलिक व तकनीकी जांच समय पर की जा रही है...? यहां यह भी उल्लेखनीय है, कि इसी तरह की घटनाएं वीरसिंहपुर पाली, नौरोजाबाद और उमरिया में भी पूर्व में इस तरह की घटना घट चुकी हैं। संयोगवश अभी तक कोई बड़ी जनहानि नहीं हुई।

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1 Comments

  1. वर्तमान में चमरू बैग कहां रह रहा है और क्या उस क्षेत्र के अन्य निवासियों को भी इस प्रकार की घटना होने चिंता सता रही है।

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