मोहम्मद सईद
शहडोल 15 जुलाई। फुटबॉल क्रांति की दिशा में एक और अहम कदम बढ़ाते हुए रिलायंस सीबीएम परियोजना द्वारा मध्य प्रदेश फुटबॉल एसोसिएशन की अनुशंसा पर रिलायंस फाउंडेशन और ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआई एफ एफ) के सहयोग से 24 चयनित युवाओं के लिए डी-लाइसेंस फुटबॉल कोच प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। यह छह दिवसीय प्रशिक्षण पूर्णतः निःशुल्क है और इसका उद्देश्य युवाओं को तकनीकी रूप से दक्ष बनाना है, ताकि वे राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त फुटबॉल कोच बन सकें। प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ मंगलवार को राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस अवसर पर रिलायंस सीबीएम सीएसआर हेड राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि शहडोल जिले के 13 स्कूलों में फुटबॉल प्रशिक्षण केंद्र पहले से ही संचालित हैं, जहां 400 से अधिक बच्चे ई-लाइसेंस कोचों से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि यह प्रशिक्षण केवल कोचिंग सर्टिफिकेट तक सीमित नहीं है, बल्कि यह युवाओं को आत्मनिर्भर बनने, रोजगार के अवसर प्राप्त करने और नेतृत्व कौशल विकसित करने का एक सशक्त माध्यम है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में संभागीय सहायक संचालक खेल (एनआईएस) फुटबॉल कोच रईस अहमद ने विशेष रूप से उपस्थित होकर प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं और रिलायंस के प्रयासों की सराहना की।
ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआई एफ एफ) द्वारा नियुक्त कोच एजुकेटर शिवा (बंगलुरु) ने इस मौके पर कहा कि शहडोल में फुटबॉल की गहरी संभावनाएं हैं। मेरा प्रयास रहेगा कि इन युवाओं को तकनीकी और व्यवहारिक दोनों रूपों में एक प्रभावी कोच के रूप में विकसित किया जा सके। कार्यक्रम का संचालन डॉ. शमीम ख़ान ने किया और प्रशिक्षण शेड्यूल व दस्तावेजीकरण से संबंधित विवरण सीएसआर खेल समन्वयक अश्वनी शर्मा द्वारा साझा किए गए। रिलायंस फाउंडेशन की यह पहल न केवल खेल विकास का एक प्रभावी उदाहरण है, बल्कि कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के माध्यम से युवाओं के जीवन में वास्तविक और सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में एक प्रेरक प्रयास भी है।
प्रधानमंत्री ने मिनी ब्राज़ील का किया था जिक्र
यहां यह भी बताना बेहद आवश्यक है, कि शहडोल जिले में खेलों के माध्यम से सामाजिक विकास और युवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में हो रहे प्रयासों को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पहचान तब मिली, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने शहडोल प्रवास के दौरान फुटबॉल क्रांति एवं बिचारपुर मिनी ब्राज़ील के रूप में स्थानीय फुटबॉल कार्यक्रम की सराहना की। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस पहल की चर्चा मन की बात कार्यक्रम और एक अमेरिकी पॉडकास्टर से संवाद के दौरान भी की थी। हाल ही में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी शहडोल प्रवास के दौरान खिलाड़ियों से संवाद करते हुए जिले को खेलों विशेषकर फुटबॉल के क्षेत्र में आगे बढ़ाने का आश्वासन दिया है। रिलायंस फाउंडेशन का यह प्रयास भी इसी दिशा में बढ़ाया गया एक कदम है।


2 Comments
यह बहुत ही अच्छी पहल की गई है आशा है, फुटबॉल जैसे खेल को और बढ़ावा मिलेगा।
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