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कबाड़ियों की बल्ले-बल्ले, जबलपुर में खपा रहे कबाड़

मोहम्मद सईद

शहडोल 20 जुलाई। शहडोल में कबाड़ियों की इन दिनों बल्ले बल्ले है। कबाड़ी दिन-रात बेखौफ होकर अपने धंधे को अंजाम दे रहे हैं। इन कबाड़ियों द्वारा चोरी के सामानों को धड़ल्ले से जबलपुर भेज कर खपाया जा रहा है। शहडोल में इन दिनों गुड्डू कबाड़ी का कारोबार सिर चढ़कर बोल रहा है। जानकारी के अनुसार शहडोल में कबाड़ियों का सरगना कहा जाने वाला गुड्डू कबाड़ी इस समय शहडोल में कबाड़ के चार ठीहा धड़ल्ले से संचालित कर रहा है। इन ठीहा में चोरी के वाहनों को न सिर्फ खरीदा जाता है, बल्कि उसकी कटिंग करके जबलपुर भेजा जा रहा है। ऐसा बताया जा रहा है, कि इसके ठीहा से रोजाना एक ट्रक माल जबलपुर के लिए रवाना होता है। जानकारी के अनुसार गुड्डू कबाड़ी का सबसे पुराना ठीहा भूसा तिराहा के थोड़ा पहले अंदर बस्ती में संचालित है। यहां रात-दिन वाहनों का आना-जाना और इसके गुर्गों का हो हल्ला बना रहता है। ठीहा में होने वाली गतिविधियों से परेशान होकर के आसपास रहने वाले लोगों ने इस ठीहा को बंद करने और इस कबाड़ी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग को लेकर पिछले दिनों जन सुनवाई में एक आवेदन भी दिया था। लेकिन वार्ड वासियों की शिकायत पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। गुड्डू कबाड़ी का दूसरा ठीहा सर्किट हाउस के पास मुख्य सड़क के बगल में स्थित है। इसका तीसरा ठीहा सिंहपुर रोड में पोंडा नाला के पहले धड़ल्ले से चल रहा है।

इस ठीहा में होती है कटिंग 

गुड्डू कबाड़ी का नया और सबसे बड़ा ठीहा बाणगंगा मेला मैदान के थोड़ा आगे नए बाईपास के पास स्थित है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस ठीहा में बड़े पैमाने पर चोरी के वाहनों और सामानों की कटिंग की जाती है। ऐसा बताया जा रहा है, कि यहां 12-15 मजदूर रात-दिन गैस कटर और ऑक्सीजन सिलेंडर से आने वाले सामानों की कटिंग का कार्य कर रहे हैं। इस कबाड़ी के एक साथी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सभी ठीहों का सामान छोटे वाहनों से लाकर यहां एकत्र किया जाता है और उसके बाद यहां से रोज एक गाड़ी माल लोड करके जबलपुर भेजा जाता है। कबाड़ के इस काले कारोबार में जीएसटी की भी चोरी किए जाने की खबर है। बताया जा रहा है कि माल ज्यादा गाड़ी भेजा जाता है और जीएसटी के रिकॉर्ड में गाड़ी की संख्या कम दिखाई जाती है।

जिसने आंखें तरेरी, उसकी खैर नहीं 

ऐसा बताया जा रहा है कि इसके द्वारा शहर के फुटकर कबाड़ियों से 22 रुपए किलो माल लिया जाता है और उसे जबलपुर में 30 रुपए किलो में बेचा जा रहा है। ऐसा भी बताया गया है, कि जिस भी फुटकर व्यापारी ने गुड्डू कबाड़ी से आंखें तरेरी या कम रेट कहकर उसे माल नहीं दिया तो फिर उस पर कानून का हंटर चला कर सजा दी जाती है। ऐसे कई फुटकर व्यापारी हैं, जो पुलिस के प्रकरण की मार झेल रहे हैं। अब देखना यह है, कि गुड्डू कबाड़ी के विरुद्ध किसी तरह की कोई बड़ी कार्रवाई होती है या फिर इसका धंधा यूं ही बदस्तूर जारी रहता है।


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