मोहम्मद सईद
शहडोल 7 दिसंबर। मानव व वन्य प्राणी द्वंद्व को कम करने के लिए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया के ग्रामों में गत दिवस प्रकृति की पाठशाला लगाई गई। इसमें प्रकृति का संतुलन बनाए रखने में वनों के महत्व पर भी चर्चा की गई। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया के क्षेत्र संचालक डॉ. अनुपम सहाय के मार्गदर्शन में इको क्लब शासकीय हाई सेकेंडरी स्कूल ताला व बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया द्वारा संयुक्त रूप से वन परिक्षेत्र पतौर कोर एवं पनपथा बफर अंतर्गत ग्राम बघहीया एवं सलखनिया के एकीकृत शासकीय माध्यमिक विद्यालय में पर्यावरण जागरूकता (प्रकृति की पाठशाला) कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों को वन एवं वन्य प्राणियों के संरक्षण हेतु जागरुकता किया गया।
कार्यक्रम के दौरान चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस मौके पर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ताला के विद्यार्थियों द्वारा बाघ संरक्षण के महत्व को "मैं भी बाघ गीत" पर नृत्य प्रस्तुति के माध्यम से बताया गया। गांव में जागरुकता रैली भी निकाली गई। कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उप संचालक प्रकाश कुमार वर्मा ने बच्चों का उत्साहवर्धन किया तथा चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर आने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया। दोनों ग्रामों के आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों को मानव वन्य प्राणी द्वंद्व को कम करने के लिए टॉर्च भी प्रदान किए गए।
यह भी रहे उपस्थित
कार्यक्रम में सहायक संचालक भूरा गायकवाड़ पनपथा, परिक्षेत्र अधिकारी पनपथा प्रतीक श्रीवास्तव, परीक्षित अधिकारी पतौर कु अंजु वर्मा, प्राचार्य नागेंद्र तिवारी शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ताला, शासकीय विद्यालय सलखनिया के शिक्षक, ईको विकास समिति के अध्यक्ष और ग्रामीण उपस्थित रहे।


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