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रस्सा में जोर आजमाइश, सांसद की टीम रही विजयी

मोहम्मद सईद

शहडोल 28 नवंबर। सांसद खेल महोत्सव के तहत शुक्रवार को उमरिया के अमर शहीद स्टेडियम में  परंपरागत खेल रस्साकशी, कबड्डी, खो खो, दौड़, योगा, लाठी और कराटे का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, शहडोल संसदीय क्षेत्र की सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह ने हरी झंडी दिखाकर खेलों का शुभारंभ किया। शुभारंभ के मौके पर सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह और उमरिया के भाजपा जिला अध्यक्ष आशुतोष अग्रवाल की टीम के बीच रस्सा कशी में जोर आजमाइश हुई, जिसमें तीनों ही बार सांसद श्रीमती सिंह की टीम विजयी रही। खेल महोत्सव के शुभारंभ के अवसर पर उमरिया भाजपा जिला अध्यक्ष आशुतोष अग्रवाल, मिथलेश पयासी, अनुज पटेल, ओम नारायण सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह गहरवार, सुश्री ज्ञानवती सिंह और शकुंतला प्रधान सहित अन्य अतिथि मंचासीन रहे। 

शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि, सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह ने कहा कि हर बच्चों में अलग-अलग क्षमता और कला होती है। कोई पढ़ाई में तो कोई खेल में अच्छा होता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से आज के इस आधुनिक युग में हमारे खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत के खिलाड़ियों ने भारत का नाम रोशन किया है यहां के भी उपस्थित सभी खिलाड़ी उसी खेल भावना के साथ खेलें। सांसद श्रीमती सिंह ने देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी जी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके विजन का ही परिणाम है कि आज खेल में भी हमारे खिलाड़ी बेहतर परिणाम दे रहे हैं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे उमरिया भाजपा जिला अध्यक्ष आशुतोष अग्रवाल ने कहा कि आजकल के बच्चे मोबाइल में गेम ज्यादा खेलते हैं, इसलिए वह शारीरिक श्रम नहीं कर पाते और कहीं ना कहीं वह कमजोर साबित होते हैं। उन्होंने कहा कि देश के परंपरागत खेल विलुप्त की कगार पर हैं। तब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परंपरागत खेलों के आयोजन को लेकर सांसद खेल महोत्सव का शुभारंभ किया है। उन्होंने कहा कि लगातार एक माह सांसद खेल महोत्सव का आयोजन हर विधानसभा में, हर क्षेत्र में होने वाला है। 

25 दिसंबर तक चलेगा खेल महोत्सव

क्रीडा भारती के प्रभारी डॉ. राकेश त्रिपाठी ने बताया कि सांसद महोत्सव खेल का आयोजन 23 अक्टूबर से 25 दिसंबर तक चलेगा। यह परंपरागत खेल हर विधानसभा के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में आयोजित होगा। इस खेल का मुख्य उद्देश्य यह है कि बच्चों और युवाओं में परंपरागत खेल के माध्यम से शारीरिक श्रम कराना है जिससे उनका शरीर तो मजबूत बनेगा ही इसके अलावा स्वस्थ भी रहेगा। देश के प्रधानमंत्री की यही सोच है कि स्वस्थ समाज बनेगा तभी देश आगे बढ़ेगा।


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