मोहम्मद सईद
शहडोल 10 दिसम्बर। खजुराहो में गत दिवस हुई फूड प्वाइजनिंग की घटना के बाद अब यहां खाद्य सुरक्षा विभाग हरकत में आ गया है। खाद्य सुरक्षा विभाग की उड़न दस्ता टीम ने बुधवार को शहडोल संभाग अंतर्गत बांधवगढ़ क्षेत्र के दो रिसॉर्ट में निरीक्षण किया जहां गंभीर अनियमितताएं पाई गई है। निरीक्षण में यह बात सामने आई की एक रिसॉर्ट में जहां अवैध रूप से फूड मैन्युफैक्चरिंग की जा रही थी और बिना अनुमति के बार का संचालन किया जा रहा था तो वही दूसरे रिसॉर्ट में एक्सपायरी मैदा और सड़ी-गली सब्ज़ियों का उपयोग करते हुए पाया गया। इस संबंध में मिली अधिकृत जानकारी के अनुसार खाद्य सुरक्षा विभाग की उड़न दस्ता टीम ने बुधवार को बांधवगढ़ क्षेत्र में संचालित ताज सफारी रिसॉर्ट का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि रिसॉर्ट में ब्रेड निर्माण का कार्य किया जा रहा था, जबकि इसके लिए आवश्यक निर्माण लाइसेंस उपलब्ध नहीं था। बार में अल्कोहॉलिक बेवरेज का भंडारण एवं विक्रय किया जा रहा था, जो फूड लाइसेंस की शर्तों में उल्लेखित नहीं था। निरीक्षण के दौरान इस बात का भी खुलासा हुआ कि ताज रिसार्ट में मिस ब्रांडेड दलिया का उपयोग भोजन की तैयारी में हो रहा था। खाद्य कारोबार का संचालन लाइसेंस की श्रेणी से बाहर पाया गया। टीम ने यहां मौके से 5 खाद्य नमूने लिए और तत्काल प्रभाव से बार संचालन बंद करने के आदेश जारी किए।
शाकाहारी और मांसाहारी पदार्थ एक साथ
खाद्य सुरक्षा विभाग की उड़न दस्ता टीम ने मॉनसून फॉरेस्ट रिसार्ट का निरीक्षण किया तो वहां भी गंभीर अनियमितताएं सामने आई। निरीक्षण में यहां कीटयुक्त आटा और गंदगी मिली। मानसून रिसार्ट में इस बात का भी खुलासा हुआ कि एक्सपायरी मैदा और सड़ी-गली सब्ज़ियों का उपयोग भोजन में किया जा रहा था। भोजन तैयारी क्षेत्र में स्वच्छता नहीं थी और कार्य अस्वच्छ एवं अस्वास्थ्यकर स्थिति में चल रहा था। निरीक्षण के दौरान शाकाहारी और मांसाहारी खाद्य पदार्थ एक साथ संग्रहीत पाए गए। मॉनसून फॉरेस्ट रिसार्ट में खाद्य स्वच्छता की स्थिति चिंता जनक पाई गई। अनियमितताओं पर टीम ने मॉनसून फॉरेस्ट रिसार्ट को नोटिस जारी किया है और इस रिसार्ट के लाइसेंस निलंबन की अनुशंसा जिला अधिकारी को भेजी है।
शाकाहारी लोगों के साथ छलावा
मांसाहारी और शाकाहारी खाद्य पदार्थ एक साथ रखा जाए पाए जाने पर अब यह बात सामने आ गई है, कि यहां शाकाहारी खाद्य पदार्थ खाने वालों के साथ किस तरह छलावा किया जा रहा था। खाद्य सामग्री की गुणवत्ता के साथ जिस तरह यहां खिलवाड़ किया जा रहा था, उससे यह बात भी उजागर हो रही है कि यहां आने वाले सैलानियों के स्वास्थ्य के साथ मजाक किया जा रहा था। छापेमारी के बाद यह कहावत भी सामने आ गई की बांधवगढ़ क्षेत्र के इन नामी रिसोर्ट में नाम बड़े और दर्शन छोटे थे। इस छापेमारी के बाद उमरिया का खाद्य सुरक्षा विभाग पूरी तरह से सवालों के घेरे में है। रीवा और शहडोल की उड़न दस्ता टीम को खामियां ही खामियां मिल गई, लेकिन उमरिया का खाद्य विभाग मानों अभी कुंभकर्णी नींद में सो रहा है। अब देखना यह भी है, कि बांधवगढ़ क्षेत्र में संचालित आधा सैकड़ा रिसोर्ट में भी इसी तरह का निरीक्षण किया जाएगा या दो रिसोर्ट के बाद महज खानापूर्ति होकर बात आई गई हो जाएगी।


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