मोहम्मद सईद
शहडोल 31 मई। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व बाघों को लेकर जितना विख्यात है, उतना ही बाघों की मौत को लेकर कुख्यात भी है। अब इसी कड़ी में एक तेंदुआ की मौत का मामला भी जुड़ गया है। बांधवगढ टाइगर रिज़र्व में एक तेंदुआ का कंकाल मिलने से हड़कंप मच गया है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अधिकारी अब इस बात की पड़ताल में करने में जुटे हैं कि आखिर इस तेंदुआ की मौत किन कारणों के चलते हुई है। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के वन परिक्षेत्र पतौर अंतर्गत मझौली गांव में एक तेंदुए का कंकाल दिखने के बाद तत्काल इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। ऐसा बताया जा रहा है, कि जिस स्थान पर तेंदुए का कंकाल मिला है, वह राजस्व क्षेत्र है। तेंदुए का कंकाल मिलने की जानकारी जब बांधवगढ टाइगर रिज़र्व के अधिकारियों को हुई तो क्षेत्र संचालक डॉ अनुपम सहाय के साथ ही एसडीओ पनपथा भूरा गायकवाड़, वन परिक्षेत्राधिकारी अर्पित मैराल आदि घटना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने मौके का मुआयना किया। बताया जा रहा है कि डॉग स्क्वार्ड की मदद से भी घटना स्थल का परीक्षण किया गया है।
मौत का कारण स्पष्ट नहीं
बांधवगढ टाइगर रिज़र्व के वन्य प्राणी चिकित्सक राजेश तोमर और पशु चिकित्सक मानपुर विपिन चन्द्र आदर्श और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में शनिवार शाम तेंदुआ का अंतिम संस्कार किया गया। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि इस तेंदुआ की मौत के पीछे का कारण क्या है।बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक डॉ अनुपम सहाय ने बताया कि एनटीसीए नई दिल्ली व कार्यालय मुख्य वन्य जीव अभिरक्षक मध्यप्रदेश भोपाल के निर्देशों के अनुरूप त्वरित कार्यवाही कर स्थल को सुरक्षित किया गया है और डॉग स्क्वार्ड की मदद से आसपास के क्षेत्र की छानबीन कर जरूरी कार्यवाही की गई है।


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