मोहम्मद सईद
शहडोल 8 मई। विश्व थैलेसीमिया दिवस के मौके पर शहडोल एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स, दिशा वेलफेयर एसोसिएशन एवं सांझी रसोई (मीत एक साथी सोशल सर्विसेस समिति की इकाई) के संयुक्त तत्वावधान में जागरूकता रैली निकाली गई। यह जागरूकता रैली जय स्तंभ से गांधी चौक तक निकाली गई। गांधी चौक में अपने संक्षिप्त संबोधन में आयोजकों ने कहा कि थैलेसीमिया एक ऐसा अनुवांशिक रक्त रोग है जिसका कोई स्थायी इलाज नहीं है। लेकिन अगर समय रहते जाँच और विवाह पूर्व परीक्षण करवा लिया जाए तो इससे बचाव मुमकिन है। उन्होंने बताया कि जांच कर कर रक्त कुंडली बनानी चाहिए, क्योंकि आज जिस तरह आधार कार्ड जरूरी है इस तरह अब यह जांच भी जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित करना, थैलेसीमिया के प्रति जनमानस में जागरूकता फैलाना और इससे जुड़ी भ्रांतियों को दूर करना था।
कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. शिल्पी सराफ सिविल सर्जन जिला अस्पताल शहडोल का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम में रोटरी क्लब विराट, इनर व्हील क्लब शहडोल, एन सी सी कैडेट्स, शिवानी पैरामेडिकल कॉलेज, विवेकानंद पैरामेडिकल कॉलेज और थैलेसीमिया योद्धाओं ने भी अपनी सहभागिता निभाई। जागरूकता रैली के समापन अवसर पर हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी परीक्षा में सर्वाधिक अंक हासिल करने वाली मेधावी छात्रों को सम्मानित भी किया गया। जागरूकता रैली में डॉ. टीएन. चतुर्वेदी, डॉ उमेश नामदेव, डॉ. सुनील हथगेल, डॉ. मनीष सिंह, डॉ. सत्येश विसनदसानी, राजेश्वर उदानियां रमीत सिंह, राजेश मोटवानी, डॉ सुधा नामदेव और रूपाली सिंघई बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।


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