5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर विशेष
मोहम्मद सईद
शहडोल, 5 जून। पर्यावरण को सुरक्षित बनाए रखने के लिए पौधरोपण पर काफी जोर दिया जाता है। विशेष मौकों पर अभी तक आपने लोगों को एक, दो या दर्जन भर पौधे लगाते देखा और सुना होगा। लेकिन जब बात पौधरोपण की होती है, तो एक शख्स का नाम जरूर जुबां पर आ जाता है। जिसने अपने जीवन में लगभग डेढ़ हजार पौधे लगाकर उन्हें जीवित बनाए रखा। लेकिन इस शख्स ने कभी पौधारोपण करते हुए ना तो फोटो खिंचवाई और ना ही चर्चा में आने की कोशिश की। जी हां हम बात कर रहे हैं संभागीय मुख्यालय से लगे ग्राम जोधपुर में रहने वाले जोहनलाल नामदेव की, जिन्हें लोग पेड़ वाले बाबा के भी नाम से जानते और पहचानते हैं। दिवंगत जोहनलाल नामदेव द्वारा लगाए गए फलदार हजारों पेड़ आज इस भीषण गर्मी में लोगों को छांव देकर सुकून पहुंचा रहे हैं। जोहनलाल नामदेव के इस पुण्य कार्य के लिए उन्हें मध्य प्रदेश सरकार की ओर से सम्मानित भी किया गया है।
पौधों को जीवित रखने में भी दिया ध्यान
पर्यावरण को संरक्षित करने में अपना जीवन खपा देने वाले जोहनलाल नामदेव को विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून के मौके पर याद करते हुए जोधपुर के ग्रामीणों ने बताया कि जोहनलाल ने प्रारंभ में गांव में कुछ फलदार पौधे लगाए। इसके बाद इन पौधों को जानवरों से सुरक्षित करने के लिए चारों तरफ लकड़ी का घेरा बनाना, इन पौधों को जीवित बनाए रखने के लिए कांवर में भरकर पानी देना और मिट्टी की गुड़ाई करने का काम भी वह खुद करते थे। बस धीरे-धीरे उनका यह प्रयास आगे बढ़ता गया और वह रोजाना पौधे लगाने का काम करने लगे। ग्रामीणों ने बताया कि जोहनलाल ने जोधपुर-पंचगांव-शहडोल रोड में सड़क के दोनों और सबसे ज्यादा फलदार पौधे लगाए हैं। इसमें प्रमुख रूप से आम का पौधा शामिल हैं। आज इस सड़क के दोनों ओर सैकड़ो की संख्या में घने पेड़ लगे हुए हैं, जो इस रोड से गुजरने वाले राहगीरों को छांव भरे सुकून के पल दे रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने सिंहपुर रोड, छपरिहा रोड और जमुनिहा टोला में भी सैकड़ो पौधे लगाए हैं। अपने पूरे जीवन काल में लगभग डेढ़ हजार पौधे लगाने वाले जोहनलाल नामदेव ने कभी प्रचार का सहारा नहीं लिया और खामोशी से पौधरोपण करते रहे। लगभग 60 वर्ष का जीवन जीने के बाद जोहनलाल नामदेव ने दुनिया को भले ही अलविदा कह दिया, लेकिन इन पेड़ों के सहारे वे लोगों के बीच पेड़ वाले बाबा के नाम से अमर हो गए।
प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित
मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वर्ष 2017 में सिंहपुर प्रवास पर आए थे। सिंहपुर से जब वह शहडोल के लिए जा रहे थे, तो उन्होंने सड़क के दोनों तरफ फलदार पौधे लगे देखें। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी बिना रुके ना रह सके और अपने वाहन से उतरकर उन्होंने इन पेड़ों को देखा और इसके बारे में अधिकारियों से पूछताछ की। अधिकारियों ने उन्हें बताया कि जोधपुर के स्वर्गीय जोहनलाल नामदेव ने अपने जीवन काल में इस तरह के लगभग डेढ़ हजार पेड़ आसपास के क्षेत्र में लगाए हैं। जिसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वहीं घोषणा की थी कि 1550 पौधे लगाने वाले स्व. जोहनलाल नामदेव को मरणोपरांत पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान के निर्देश के पालन में तत्कालीन प्रधान मुख्य वन संरक्षक डॉ. अनिमेष शुक्ला ने भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान शहडोल के स्व. जोहनलाल नामदेव को उत्कृष्ट वृक्षारोपण के लिये पुरस्कृत किया। श्री नामदेव के परिवार को भोपाल बुलाकर स्व. नामदेव की पत्नी श्रीमती इन्द्रवती को पुरस्कार-स्वरूप प्रशस्ति-पत्र और शील्ड प्रदान की गई।
हमारे लिए गर्व की बात-विनोद नामदेव
स्वर्गीय जोहनलाल के परिजन विनोद नामदेव ने बताया कि उन्हें आज इस बात पर बेहद गर्व है, कि जब लोग इस भीषण गर्मी में इस क्षेत्र से गुजरते हैं तो बड़ी संख्या में सड़क के दोनों और लगे फलदार पौधों की छांव में बैठकर न सिर्फ सुकून के दो पल गुजारते हैं, बल्कि उनके दादाजी को याद भी करते हैं।विनोद नामदेव बताते हैं, कि उनके दादा जी ने पूरे जीनवन काल में लगभग 1500 पौधें लगाए और वृक्ष बनते तक उनकी सेवा करते रहे। वे बताते हैं कि सिंचाई करना, गुढ़ाई करना या फिर पर पौधों को सुरक्षित करना, यह सब काम दादाजी खुद किया करते थे, वह हमेशा चाहते थे कि पेड़ सुरक्षित रहें, जानवर न खाएं, आज वही पेड़ बड़े-बड़े वृक्ष हो गए हैं।
गांव के लिए गौरव भरा नाम-मिश्रा
ग्राम पंचायत जोधपुर के सचिव मनोज मिश्रा का भी कहना है, कि जोहनलाल नामदेव उनके गांव के लिए एक गौरव भरा नाम है। उनका कहना है कि पर्यावरण के क्षेत्र में जोहनलाल नामदेव ने जो प्रयास किया और योगदान दिया है वह अनुकरणीय है। श्री मिश्रा बताते हैं कि लोग पूरे क्षेत्र में स्वर्गीय जोहनलाल नामदेव को पेड़ वाले बाबा के नाम से पुकारते हैं।



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