मोहम्मद सईद
शहडोल 30 सितंबर। दो मासूम भाई अपनी बहन के साथ गांव में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा देखने पंडाल तक गए हुए थे। कुछ देर बाद जब यह तीनों वापस घर की ओर लौट रहे थे, तभी कुछ ऐसा हो गया जिसकी इन्होंने कल्पना भी नहीं की थी। रास्ते में पढ़ने वाले जिस नाला को पार करके वे आए थे, वापस घर जाते समय वे नाला को पार कर ही रहे थे कि तभी अचानक पानी का तेज बहाव आया और उसमें भाई बहन बह गए। बड़े भाई ने पहले तो दोनों को बचाने की कुछ कोशिश की, लेकिन जब उसे ऐसा महसूस हुआ कि वह खुद बह जाएगा तो किसी तरह किनारे आकर उसने अपने आप को बचा लिया। यह हृदय विदारक घटना सोमवार शाम उमरिया जिले के कोतवाली अंतर्गत ग्राम घोघरी के छीरपानी में घटित हुई। भाई और बहन के असमय मौत से पूरे गांव में शोक की लहर व्याप्त है। घटना के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दयाराम सिंह के तीन मासूम किशन उम्र लगभग 9 वर्ष , दीपिका उम्र लगभग 7 वर्ष और अंकुश उम्र लगभग 4 वर्ष गांव में स्थापित मां दुर्गा के पंडाल गए हुए थे। वहां से जब वे घर वापस लौट रहे थे तो उन्हें एक छोटे नाला को पार करके घर जाना था। नाला में पानी कम था और यह तीनों नाला को पार करने लगे। लेकिन तभी अचानक पानी का तेज बहाव आया और उसमें दीपिका और अंकुश बह गए। बड़े भाई किशन ने किसी तरह किनारे पहुंच कर अपनी जान बचाई। किसी तरह मौत के मुंह से बाहर निकलने के बाद किशन सीधे भागते हुए घर पहुंचा और उसने परिजनों को पूरी बात बताई। इसके बाद बड़ी संख्या में लोग घटना स्थल पहुंचे और काफी खोजबीन के बाद भाई और बहन का शव घटना स्थल से लगभग एक किलोमीटर दूर मिल गया।

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